बॉलिवुड के चार्मिंग ऐक्टर में से एक रहे दिवंगत शशि कपूर () की आज 18 मार्च को 83वीं जयंती है। कपूर खानदान के फैमिली ट्री की बात करें तो शशि कपूर पृथ्वी राज कपूर के सबसे छोटे बेटे और राज कपूर के भाई हैं, जिन्हें सात समंदर पार जाकर जेनिफर केंडल (Jennifer Kendal) से इश्क हो गया था। जेनिफर शशि कपूर से उम्र में 5 साल बड़ी थीं, लेकिन इस प्यार में भी उम्र को दीवार नहीं माना। मजेदार यह है कि शुरुआत में कुछ ऐसा हुआ था कि जेनिफर शशि को गे समझ बैठी थीं। अपने पिता के नाटक मंडली के साथ आई थीं जेनिफर 50 के दशक में शशि कपूर (Shashi Kapoor Birthday) और जेनिफर कैंडल की जोड़ी की खूब चर्चा रही। जेनिफर ब्रिटिश आर्टिस्ट थीं और शशि पृथ्वी थिअटर में प्रैक्टिस किया करते थे। जेनिफर पूर्वी एशिया की यात्रा पर अपने पिता के आई नाटक मंडली 'शेक्सपिएराना' के लिए भारत आईं इस दौरान दोनों की पहली मुलाकात हुई और तभी शशि जेनिफर को अपना दिल दे बैठे थे। 50 रु. महीने की सैलरी पर शशि ने स्टेज पर काम शुरू किया पृथ्वी थिअटर में 50 रु. महीने की सैलरी पर शशि ने स्टेज पर काम करने की तमन्ना पूरी की और भारत यात्रा पर आई नाटक मंडली 'शेक्सपिएराना' में शामिल भी हो गए। उस वक्त जेनिफर के पिता ही इस नाट मंडली के संचालक हुआ करते थे। इस दौरान संचालक मिस्टर कैंडल की बेटी जेनिफर के साथ भी शशि कपूर ने कई नाटकों में काम किया। शशि कपूर की नजर चौथी कतार में बैठी जेनिफर पर पड़ी यह किस्सा 1956 का है जब जेनिफर केंडल अपने एक दोस्त के साथ नाटक 'दीवार' देखने रॉयल ओपेरा हाउस पहुंची थीं। उस वक्त शशि कपूर केवल 18 साल के थे। नाटक शुरू होने से पहले उन्होंने पर्दे से झांका और उनकी नजर स्टेज के सामने चौथी कतार में बैठी एक लड़की पर गई जो जेनिफर थीं। कहते हैं जेनिफर को देखते ही शशि उन्हें अपना दिल दे बैठे थे। जेनिफर उन्हें गे समझ बैठीं शशि कपूर जितने पर्दे पर शर्मीले दिखा करते उतने ही वह रियल लाइफ में भी थे। वह इतना शर्माते कि जेनिफर से भी बातें करने में काफी हिचकिचाते थे। आलम ये हुआ कि जेनिफर उन्हें गे समझ बैठीं और यह बात शशि कपूर ने अपनी बुक 'पृथ्वीवालाज़' में लिखी भी है। हालांकि, धीरे-धीरे यह गलतफहमी दूर हो गई। लोकल ट्रेन से एक स्टेशन आगे बढ़ जाया कर नाटक में हिस्सा लेते हुए जेनिफर से शशि की बॉन्डिंग बनने लगी थी। कुछ दिनों के बाद जेनिफर ने शशि कपूर से एक दिन रॉयल ओपेरा हाउस में कहा कि वह मुंबई (उस वक्त बंबई) में रहती हूं और वे मिल सकते हैं। इसके बाद से मुलाकात का सिलसिला बढ़ा और यहां तक कि अधिक से अधिक जेनिफर के साथ वक्त बिता सकें इसके लिए वे लोकल ट्रेन से एक स्टेशन आगे बढ़ जाया करते थे। इसके बाद दोनों की शादी का किस्सा भी बड़ा मजेदार है। शशि की भाभी गीता बाली ने करवाई शादी 1957 में शशि ने जेनिफर थिअटर ग्रुप के साथ सिंगापुर जाकर नाटक का मंचन किया। ऊटी में एक नाटक के दौरान शशि की भाभी गीता बाली ने जेनिफर को दुपट्टा ओढ़ाया और 1958 में दोनों की शादी करा दी गई। उस वक्त शशि महज 20 साल के थे तो जेनिफर 25 की थीं। समंदर के बीच जाकर जेनिफर के लिए खूब रोए थे शशि जेनिफर से शशि कपूर को तीन बच्चे हुए- करण कपूर, कुणाल कपूर और संजना कपूर। 1984 में इस बेमिसाल लव स्टोरी का अंत हो गया और जेनिफर हमेशा के लिए इस दुनिया से विदा हो गईं। इसके बाद लाइफ में आए खालीपन को भरना मुश्किल था। कहते हैं एक बोट लेकर वह समंदर तट से काफी अंदर तक पहुंचे थे और उस वक्त वह पहली बार काफी जमकर रोए। इसके बाद करीब 31 साल तक उन्होंने अपनी इस जिंदगी के अकेलेपन में और जेनिफर की यादों के साथ गुजार दिया। 4 दिसम्बर 2017 को शशि कपूर ने भी इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।
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