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Thursday 29 August 2019

मेरे जन्म के बाद चमका पापा का करियर: सोनम

जब सोनम से पूछा गया कि क्या वे केयरफ्री, हैपी गो लकी लड़की के किरदार में खुद को ज्यादा सहज मानती हैं? जवाब में सोनम ने कहा, 'मुझे लगता है कि मैं कॉमिडी जॉनर को बेहतर कर सकती हूं। वहीं, ऑडियंस को लगता है कि मैं 'रांझणा', 'नीरजा' जैसी फिल्मों में ज्यादा अच्छी लगती हूं। मुझे खुद नहीं पता है कि मेरा जॉनर क्या है लेकिन मैं कॉमिडी में ज्यादा कंफर्टेबल और इजी महसूस करती हूं।' सोनम से जब पूछा गया कि वह असल जिंदगी में लोगों के लिए कितनी लकी हैं? सोनम कहती हैं, 'मेरे नाम सोनम का मतलब ही लकी है। जब मैं पैदा हुई थी, तब से ही मेरे पापा की जिंदगी पूरी तरह बदल गई। 'राम-लखन', 'तेजाब' जैसी फिल्में सफल रहीं। कई पंडितों ने मेरी पत्री देखकर कहा है कि मेरी जिंदगी में जितने भी मर्द हैं, मैं उनके लिए बहुत लकी रहूंगी। वैसे मैं निजी तौर पर कर्म के साथ-साथ किस्मत पर भी यकीन रखती हूं। मुझे लगता है कि किस्मत का हाथ हर किसी की जिंदगी में होता है।' वहीं पति आनंद आहूजा के ऐक्टिंग डेब्यू वाले सवाल पर सोनम का कहना था, 'आनंद बिजनेसमैन हैं। वह कपड़े और स्नीकर बेचकर ज्यादा खुश हैं।' अंधविश्वास को कितना मानती हैं? के जवाब पर उन्होंने कहा, 'मैं बहुत ही अंधविश्वासी हूं। लेकिन मैं इसे साइंटिफिक नजरिए से देखती हूं। जब भी मैं किसी शुभ काम के लिए निकलती हूं, तो ओम नम शिवाय का जाप जरूर करती हूं। 'मैं बिलकुल भी अंधविश्वासी नहीं हूं' मीडिया से इंटरैक्ट करते हुए ने अपने किरदार के बारे में बताया, 'मैं फिल्म में अपने किरदार निखिल से बहुत रिलेट करता हूं। दरसअल असल जिंदगी में मैं बिल्कुल भी अंधविश्वासी नहीं हूं। मैं अपना भविष्य लक के दम पर तो बिल्कुल भी प्लान नहीं कर सकता। मैं हमेशा से कड़ी मेहनत पर यकीन करता आया हूं।' सोनम से जब यह सवाल किया गया कि आज की ऐक्ट्रेसेस के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि फीमेल सेंट्रिक फिल्मों के लिए टॉप ऐक्टर्स नहीं मिल पाते हैं? जवाब में सोनम का कहना था, 'मैं दुलकर के साथ काम कर रही हूं, जो एक सुपरस्टार हैं। मुझे लगता है कि यह इंसान और उनके कॉन्फिडेंस लेवल पर निर्भर करता है। वे अपने और अपने काम को लेकर क्या महसूस करते हैं। मेरे पापा ने 'बेटा', 'लाडला', 'मिस्टर इंडिया' जैसी फिल्में की हैं, जो महिला प्रधान फिल्में रही हैं। लेकिन आज जब देखती हूं कि तो अजीब लगता है कि आज की जेनरेशन वैसा क्यों नहीं सोचती है। वैसे धनुष, दुलकर, आयुष्मान, राजकुमार राव जैसे कई स्टार हैं, जो ऐसा बिलकुल नहीं सोचते हैं। अब तो स्टार्स से ज्यादा कॉन्टेंट ड्रिवन फिल्मों का दौर है।'


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