'डर लगा था कि कहीं ऐक्टिंग भूल तो नहीं गया' - BOLLYWOOD BOSS TV

BOLLYWOOD BOSS TV

Bollywood and Fashion Portal

Breaking

Home Top Ad

Post Top Ad

Monday 26 August 2019

'डर लगा था कि कहीं ऐक्टिंग भूल तो नहीं गया'

करीब 27 साल पहले फिल्म 'बलवान' से फिल्म जगत में कदम रखने वाले ऐक्टर अब फिल्म '' से कन्नड फिल्म इंडस्ट्री में दस्तक दे रहे हैं। अपनी डेब्यू फिल्म का शीर्षक 'बलवान' और कमबैक फिल्म 'पहलवान' होने को अजीब इत्तेफाक मानने वाले सुनील ने एक खास मुलाकात में फिल्मों से ब्रेक, कमबैक, अपने फिल्मी सफर, पत्नी माना संग अपनी सफल शादी, बच्चों अथिया और अहान के करियर आदि पर दिल खोलकर बात की: आप फिल्मों से करीब 4 साल तक दूर रहे। इस ब्रेक की क्या वजह रही। फिर, वापसी के लिए आपने कन्नड फिल्म 'पहलवान' क्यों चुनी? ये ब्रेक पता नहीं क्यों हुआ, लेकिन हो गया। मुझे लगता है कि चूंकि मेरे पिता जी की तबीयत खराब थी, तो कहीं न कहीं मेरा फोकस काम के बजाय उधर हो गया था। वह काफी समय से पैरालाइज्ड थे, तो कभी-कभी काम करते वक्त चिढ़ आ जाती थी, क्योंकि आप एक निश्चित समय पर घर जाना चाहते हैं, जबकि यहां 9 बजे की शिफ्ट होती है, तो 11 बजे शुरू होती है और 6 बजे खत्म होनी हो, तो भी 12 बजे तक चालू रहती है। इन वजहों से शायद ऐसा हुआ। उसके बाद तो मैंने स्क्रिप्ट सुनना वगैरह सबकुछ बंद कर दिया था। 'पहलवान' को इसलिए चुना क्योंकि पिता जी के गुजरने के बाद कहीं न कहीं इस इंडस्ट्री से वापसी करने में एक कंफर्ट था। एक ऐसी इंडस्ट्री, जहां मैं न्यूकमर हूं लेकिन मेरी जन्मभूमि भी है, मैंगलोर, तो मैंने सोचा कि चलो यही से कमबैक करते हैं। हालांकि, अब ऐसा हो गया है कि मैं सारी भाषाओं की फिल्में कर रहा हूं। हिंदी, मलयालम, तेलुगू, तमिल, कन्नड़, सब कर रहा हूं तो यह एक अच्छा कमबैक है। फिल्म अच्छी है और उम्मीद है कि सब अच्छा ही होगा। आपने करीब 27 साल पहले 'बलवान' से फिल्मों में डेब्यू किया था। अब 'पहलवान' से कन्नड़ में डेब्यू कर रहे हैं। अपने इस फिल्मी सफर को कैसे देखते हैं?यह अजीब है, लेकिन मैं भी कुछ दिन पहले यह सोच रहा था कि मेरी डेब्यू फिल्म 'बलवान' थी, अब पहली कन्नड' फिल्म 'पहलवान' है। बाकी, फिल्मी सफर खूबसूरत ही रहा है लेकिन मैंने गलतियां भी बहुत कीं, जिसके चलते मैंने असफलताएं भी देखीं, पर अफसोस नहीं करता। मेरी कोशिश यही है कि जिंदगी का अब जो फेज है, वह भी खूबसूरत है। मेरे पास जो किरदार आ रहे हैं, वे मैच्योर, अच्छे किरदार हैं, चाहे हिंदी में हो या दूसरी भाषाओं में हो। आम तौर पर क्या होता है कि हिंदी का ऐक्टर साउथ की फिल्म करता है, तो उसे नेगेटिव रोल दे देते हैं, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर रहा। मैं जो किरदार सिलेक्ट कर रहा हूं, वे अच्छे, सम्मानजनक किरदार हैं तो शुरुआत अच्छी है। चारों भाषाओं में चारों सुपरस्टार्स के साथ काम कर रहा हूं। मोहनलाल के साथ 'माराक्कर' हो, रजनी सर के साथ 'दरबार', सारी अच्छी फिल्में हैं। इतने साल काम करने के बाद क्या ऐक्टिंग के प्रति वही आग बरकरार रह पाती है? जब सेट से दूर थे, तो रोल, कैमरा, ऐक्शन को मिस करते थे? सौ फीसदी। वह आग हमेशा रहती है। मैं अब भी जब सेट पर जाता हूं, तो हमेशा एक न्यूकमर की तरह घबराता हूं। उतना ही नर्वस होता हूं और सीन कर लेने के बाद ही मुझे शांति मिलती है। जब 'पहलवान' के लिए भी मैं काम कर रहा था या डबिंग की, तो एक बार मुझे लगा कि कहीं चार साल के गैप के बाद मैं ऐक्टिंग भूल तो नहीं गया। यह डर हमेशा रहता है और मुझे लगता है कि इस डर की वजह से ही आप अपना बेस्ट दे पाते हैं। अभी मैं खुश हूं कि फिल्म में मेरा किरदार अच्छे से उभरकर आया है। आपकी फिटनेस भी का क्या मंत्र है? 'पहलवान' में आप कुश्ती सिखा रहे हैं, तो उसके लिए कुछ खास तैयारी करनी पड़ी?फिटनेस का मंत्र यही है कि सही खाना खाता हूं। मानसिक तौर पर बहुत मजबूत हूं। दुनिया उल्टी हो जाए, मेरी कोशिश रहती है कि मैं जिम में एकाध घंटा अपने ऊपर बिताऊं, क्योंकि मैं मानता हूं कि वह मेरा पर्सनल टाइम है। 'पहलवान' में मुझे ज्यादा ऐक्शन नहीं करना पड़ा, क्योंकि मैं उसमें कोच हूं, पर मेरी कोशिश रही कि मैं फ्लैक्सिबल रहूं। इस दौरान जिम में मैं 20 मिनट एक्स्ट्रा स्ट्रेचिंग के लिए बिताता था, क्योंकि पहलवानी के दांव-पेंच अलग होते हैं। ताकत के साथ-साथ टेक्नीक की जरूरत होती है, आपका पॉश्चर सही होना चाहिए, तो मैंने उन चीजों पर ज्यादा ध्यान दिया। आज के दौर में शादी का रिश्ता बहुत नाजुक हो गया है। आपके और माना के खूबसूरत रिश्ते और सफल शादी का राज क्या है?हम एक-दूसरे में बहुत भरोसा करते हैं। वह मेरी दोस्त भी है, गर्लफ्रेंड भी है, वाइफ भी है, मेरे बच्चों की मां भी है, मेरे मां-बाप का उतना ही ख्याल रखती है, तो हम जो रिस्पेक्ट एक-दूसरे को देते हैं, मेरे खयाल से उसी वजह से यह रिश्ता टिका हुआ है। मैं हर चीज में उन्हें इन्वॉल्व करता हूं। एकाध ही फंक्शंस होंगे, जहां वह मेरे साथ नहीं होंगी। फिल्म इंवेंट्स में वह दूर ही रहना पसंद करती हैं, वरना ऐसी कोई जगह ही नहीं है, जहां हम साथ न जाएं। पार्टीज में तो हम एक-दूसरे के बगैर जाते नहीं हैं। कभी ऐसा नहीं हुआ कि हम अलग-अलग हो, हम हमेशा एक रहे हैं। आज हमारी शादी को 27-28 साल हो गए, उससे पहले 9 साल की कोर्टशिप, तो 35 साल से ज्यादा समय से हम साथ हैं। बेटी अथिया के बाद अब आपके बेटे अहान भी बॉलिवुड में डेब्यू करने जा रहे हैं। एक पिता के तौर पर आप कितने नर्वस या एक्साइटेड हैं?नर्वस बहुत ज्यादा हूं, क्योंकि मैं असफलता भी देख चुका हूं, सफलता भी देख चुका हूं। सक्सेस मेरे बच्चे बहुत आसानी से हैंडल कर लेंगे, क्योंकि उनमें वह गुरूर नहीं है। वहीं, असफलता मैं चाहता ही नहीं हूं कि बच्चे देखें, क्योंकि वह बहुत चैलेंजिंग होता है। आज के जमाने में असफलता पर सोशल मीडिया ऐसे बिहेव करती है कि जैसे आपकी जिंदगी खत्म हो गई हो, तो वह डर हमेशा रहता है। सोशल मीडिया पर लोग क्या कह रहे हैं, उसका प्रभाव बहुत ज्यादा हो गया है। जबकि मैं हमेशा कहता हूं कि जियो तो रियल लाइफ जियो, वर्चुअल लाइफ मत जियो। सोशल मीडिया पर रहो, लेकिन सिर्फ इंफर्मेशन के लिए। मेरे बच्चे अहान और अथिया भी ऐसे ही सोचते हैं। बाकी, तो अहान की लॉन्च बहुत बढ़िया है। एक्सट्रा-ऑर्डिनरी बैनर, प्रड्यूसर, डायरेक्टर सबकुछ है, अब मेहनत और लक रहा, तो अहान लाइफ में सेट है, वरना बाकी बच्चों की तरह उसकी भी स्ट्रगल जारी रहेगा।


from Entertainment News in Hindi, Latest Bollywood Movies News, मनोरंजन न्यूज़, बॉलीवुड मूवी न्यूज़ | Navbharat Times https://ift.tt/2HtYsLd
via IFTTT

No comments:

Post Bottom Ad

Pages