बॉलिवुड की एक असिस्टेंट कैमरापर्सन Suchismita Routray इन दिनों चर्चा में है। लॉकडाउन की मार सुचिस्मिता पर ऐसी पड़ी है कि वह कटक में मोमोज बेचकर गुजारा (Suchismita Routray selling Momos) करने को मजबूर हो गई हैं।
लॉकडाउन को कोरोना संक्रमण (Covid-19) ने हम सभी की जिंदगी पर कितना असर डाला है, इसका आंकलन करना भी मुश्किल है। करोड़ों लोगों से उनका काम छिन गया। लाखों लोग मुश्किल की घड़ी में अपनों से दूर रहने पर मजबूत हो गए हैं। पैसों की तंगी ने कहीं कर्ज बढ़ाया तो कहीं इंडस्ट्री के ठप होने पर किसी की पूरी दुनिया ही उजड़ गई। लॉकडाउन के दौरान फिल्म इंडस्ट्री में भी काम ठप पड़ गया। सिलेब्रिटीज तो अपनी सेविंग्स के बूते जमे रहे, लेकिन कैमरामैन, टेक्निकल वर्कर्स, जूनियर आर्टिस्ट्स इन सभी की जिंदगी बेज़ार हो गई। सुचिस्मिता (Suchismita Routray) के साथ भी ऐसा ही हुआ। छह साल एक असिस्टेंट कैमरामैन के तौर पर काम करने वाली सुचिस्मता आज मोमोज बेचकर गुजारा (Suchismita Routray selling Momos) करने पर मजबूर है।
मुंबई से घर लौटने के लिए भी नहीं थे पैसे
अमिताभ बच्चन हो या रणबीर कपूर, सुशांत सिंह राजपूत हो या अभिषेक बच्चन। सुचिस्मिता ने कई दिग्गज सिलेब्रिटीज के साथ काम किया है। लेकिन जिंदगी ने ऐसी करवट ली कि उन्होंने मुंबई से वापस अपने घर कटक लौटना पड़ा। घर जाने के लिए पैसे भी नहीं थे। तब सलमान खान (Salman Khan) और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने जूनियर आर्टिस्ट्स की मदद की तो सुचिस्मिता को भी कुछ पैसे मिल गए। वह घर लौट आईं, अपनी मां के पास। अब वह जीवन का गुजारा करने के लिए हर शाम कटक की सड़क पर मोमोज बेचती हैं।
हर दिन कमा लेती हैं 300-400 रुपये
Suchismita आंखों में बड़े-बड़े सपने लेकर ओडिशा से मुंबई गई थीं। लेकिन यह दुर्भाग्य ही है कि कैमरे के पीछे से चकाचौंध भरी दुनिया देखने वाली यह लड़की हर दिन 300-400 रुपये कमाने के लिए भी मशक्कत करती है। (फोटो सौजन्य: कलिंगा टीवी)
परिवार में सिर्फ मां है, 2015 में गई थीं मुंबई
Suchismita के घर पर उनके साथ मां के अलावा और कोई नहीं है। कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद सुचिस्मिता ओडिया साइन इंडस्ट्री में काम करने लगी थीं, फिर 2015 में वह सपनों के शहर मुंबई आ गईं। बॉलिवुड में पहचान बढ़ी तो धीरे-धीरे काम मिलना भी शुरू हो गया। वह असिस्टेंट कैमरा पर्सन बन गईं। 6 साल खूब मेहनत की। नाम कमाया, लेकिन फिर कोरोना ने सब किये कराए पर पानी फेर दिया।
पिता का हो गया है निधन
Suchismita के पिता का निधन हो चुका है। ऐसे में घर पर उनके अलावा कोई और कमाने वाला नहीं है। मां बूढ़ी हैं, इसलिए घर पर रहती हैं। सुचिस्मिता दिन भर तैयारी करती हैं और शाम को मोमोज का डब्बा लेकर चल पड़ती हैं। घर लौटती हैं तो हर दिन 300-400 रुपये की बचत हो जाती है।
from Entertainment News in Hindi, Latest Bollywood Movies News, मनोरंजन न्यूज़, बॉलीवुड मूवी न्यूज़ | Navbharat Times https://ift.tt/2QGWtuD
via IFTTT
No comments:
Post a Comment